Author(s):
घनश्याम नागे, देवेंद्रधर द्विवेदी
Email(s):
dr.g.nage10@gmail.com
DOI:
Not Available
Address:
घनश्याम नागे1, देवेंद्रधर द्विवेदी2
1अतिथि सहा. प्राध्यापक (भूगोल), शासकीय पंडित जवाहरलाल नेहरू कला एवं विज्ञान स्नातकोत्तर महाविद्यालय बेमेतरा (छ.ग.).
2सहायक प्राध्यापक भूगोल, शासकीय पंडित जवाहर लाल नेहरु कला एवं विज्ञान स्नातकोत्तर महाविद्यालय बेमेतरा (छ.ग.).
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 10,
Issue - 2,
Year - 2022
ABSTRACT:
जनसंख्या एक गत्यात्मक अवधारणा है जो किसी क्षेत्र विशेष में देश-काल के अनुसार बदलती रहती है। अध्ययन क्षेत्र में जनसंख्या का वितरण असमान है। मध्यवर्ती उच्च प्रदेश एवं शिवनाथ के तटवर्ती प्रदेशों में जीवन यापन के अनुकूल साधनों की बहुतायत के कारण जनसंख्या का सघन वितरण पाया जाता है इसके विपरीत मैकल श्रेणी क्षेत्र एवं पनबरसा पहाड़ी प्रदेशों में जनसंख्या का वितरण विरल है। क्षेत्र में जनसंख्या घनत्व 192 व्यक्ति प्रतिवर्ग किलोमीटर तथा जनसंख्या वृद्धि दर 19.78 प्रतिशत है यहां जनसंख्या वृद्धि राष्ट्रीय स्तर की तुलना में 2.11 प्रतिशत अधिक तथा राज्य की तुलना में वृद्धि दर-3.07 प्रतिशत कम है। जिले के उत्तरी एवं मध्यवर्ती क्षेत्र में जनसंख्या वृद्धि दर सबसे अधिक (26.40 प्रतिशत) है। अध्ययन क्षेत्र में कार्यशील जनसंख्या 52.05 तथा साक्षरता दर 75.96 प्रतिशत है। जिले के मध्यवर्ती क्षेत्र समतल भू-भाग होने के साथ-साथ यहां पर शैक्षणिक सुविधाओं की पर्याप्त उपलब्धता होने के कारण साक्षरता का स्तर उच्च है। अध्ययन क्षेत्र में बाल एवं युवा आयु वर्ग के व्यक्तियों का प्रतिशत सबसे अधिक (75.82) है तथा प्रौढ़ एवं वृद्ध आयु वर्ग के व्यक्तियों का प्रतिशत 24.18 है। अध्ययन क्षेत्र में जनसंख्या वृद्धि वितरण शिक्षा एवं साक्षरता पर प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक कारको का प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ा है जिसके कारण जिले के जनसंख्या वितरण में व्यापक असमानता पाई जाती है। इसके साथ ही ग्रामीण एवं नगरीय जनसंख्या-अनुपात पर भी मानवीय एवं सांस्कृतिक कारको का विशेष प्रभाव पड़ा है ।
Cite this article:
घनश्याम नागे, देवेंद्रधर द्विवेदी. राजनांदगाँव जिला (छत्तीसगढ़) में जनसंख्या संरचना. International Journal of Advances in Social Sciences. 2022; 10(2):69-8.
Cite(Electronic):
घनश्याम नागे, देवेंद्रधर द्विवेदी. राजनांदगाँव जिला (छत्तीसगढ़) में जनसंख्या संरचना. International Journal of Advances in Social Sciences. 2022; 10(2):69-8. Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2022-10-2-4
संदर्भ ग्रंथ सूची
1. गुप्ता रीना एवं एस. के. दीक्षित, जनसंख्या वृद्धि एवं वितरण का क्षेत्रीय प्रतिरूप संत कबीर नगर जनपद का प्रतीक अध्ययन श्रवनतदंस व िप्दजमहतंजमक क्मअमसवचउमदज ।दक त्मेमतबी अवस.4ए छवण्1 श्रनदम.2014ए च्ण्118ए 199
2. तिवारी, ऋषिकेश, मऊ जनपद उत्तर प्रदेश में जनसंख्या वृद्धि प्रतिरूप, एक भौगोलिक विश्लेषण श्रवनतदंस व िप्दजमहतंजमक क्मअमसवचउमदज ंदक त्मेमतबी अवस.2ए क्मब.2012एच्ण्89
3. पंडा बी. पी., जनसंख्या भूगोल, मध्यप्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी, भोपाल पेज क्र. 216-219
4. मौर्य एस डी जनसंख्या भूगोल शारदा पुस्तक भवन इलाहाबाद पेज क्र. 26,325
5. यादव रविंद्र सिंह एवं श्यामदेव यादव, हरदोई जनपद में जनसंख्या वृद्धि का भौगोलिक विश्लेषण ,उत्तर भारत भूगोल पत्रिका, अंक - 1 मार्च 2011, पेज क्र. 75- 76
6. सिंह, लालकेश्वर प्रसाद एवं गौतम कुमार आजमगढ़ जनपद के जनसंख्या का क्षेत्रीय प्रतिरूप, उत्तर भारत भूगोल पत्रिका अंक -43, संख्या, 3 सितंबर, 2013 पेज क्र.9 श्रीवास्तव, महेश कुमार एवं अनिता सिंह, उत्तर प्रदेश में महिला साक्षरता का स्थानिक वितरण प्रतिरूप Journal of Integrated Development and Reserch vol-2, Dec-2012,P.85