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पदमा सोमनाथे
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डॉ. पदमा सोमनाथे
सहा. प्राध्यापक, वाणिज्य, गुरुकुल महिला महाविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 9,
Issue - 3,
Year - 2021
ABSTRACT:
’’कृषि क्षेत्र किसी भी अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी मानी जाती है क्योंकि कृषि क्षेत्र। हमारी राष्ट्रीय आय का प्रमुख स्रोत है। कृषि क्षेत्र खाद्यान्न और कच्ची सामग्री उपलब्ध कराता है एवं साथ ही साथ अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भी महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करता है।
छत्तीसगढ़ राज्य की 80ः से अधिक जनसंख्या कृषि एवं कृषि आधारित उद्योगों पर निर्भर है। छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति के कारण ही उसे धान का कटोरा कहा जाता है। किसी क्षेत्र में फसल उत्पादन के अतिरिक्त पशुपालन, वानिकी, मत्स्य पालन भी शामिल है। इन समस्त क्षेत्रों का समावेशी योगदान छत्तीसगढ़ राज्य के आर्थिक विकास में दर्शित है। शोध अध्ययन के अंतर्गत पशुपालन, कृषि फसल, मत्स्य पालन, वानिकी का राज्य के घरेलू उत्पाद में योगदान एवं शासन द्वारा कृषि क्षेत्र के विकास हेतु योजनाएं एवं कृषि क्षेत्र में भविष्य की संभावनाओं का अध्ययन किया गया है।’’
Cite this article:
पदमा सोमनाथे. कृषि क्षेत्र के विकास में छ.ग. शासन का योगदान. International Journal of Advances in Social Sciences. International Journal of Advances in Social Sciences. 2021; 9(3):129-2.
Cite(Electronic):
पदमा सोमनाथे. कृषि क्षेत्र के विकास में छ.ग. शासन का योगदान. International Journal of Advances in Social Sciences. International Journal of Advances in Social Sciences. 2021; 9(3):129-2. Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2021-9-3-1
संदर्भ ग्रंथ सूची
1ण् छत्तीसगढ़ आर्थिक सर्वेक्षण प्रतिवेदन वर्ष 2019-20
2ण् दैनिक भास्कर समाचार पत्र
3ण् निरंजन, प्रदीप कुमार, 2002 कृषि विकास के स्तर एक भौगोलिक अध्ययन
4ण् कृषि विज्ञान केंद्र - रायपुर (छत्तीसगढ़)
5ण् कुरुक्षेत्र - फरवरी 2019