Author(s): डॉ. डी. एन. खुटे

Email(s): geetanagvanshi903@gmail.com , omprakashsinha87@gmail.com

DOI: 10.52711/2454-2679.2025.00014   

Address: डॉ. डी. एन. खुटे
सहायक प्राध्यापक, इतिहास अध्ययनशाला, पं. रविषंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर छ.ग.
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 13,      Issue - 2,     Year - 2025


ABSTRACT:
सारांषः- अठारहवीं शताब्दी के पांचवे दशक में छत्तीगढ़ पर मराठा आक्रमण की सही तिथि क्या थी, इस पर इतिहासकारों में मतभेद है। मराठा इतिहासकार सर देसाई के अनुसार आक्रमण का प्रारंभ 1741 ई. के दशहरा दिवस से हुआ। दल के मुखिया भास्कर राव पंत थे। यह उल्लेखनीय है कि बरसात के पश्चात् दशहरा के दिन से ही मराठों का आक्रमण प्रारंभ होता था। 1741 ई. सितंबर व अक्टूबर माह से आक्रमणकारी मराठा सेना छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ी। प्रसिद्ध अंग्रेज इतिहासकार ग्रान्ट डफ के अनुसार यह तिथि 1742 ई. थी। छत्तीसगढ़ के अंग्रेज सुप्रिन्टेन्डेन्ट पी.वान्स एगेन्यू (1818-1825 ई.) ने रतनपुर पर मराठा आक्रमण लिखा है। रतनपुर के स्थानीय इतिहासकार पं. शिवदत्त शास्त्री के अनुसार संवत् 1798 के साल में पेशवा के हुकुम से भास्कर पंत बुन्देलखण्ड होते पेन्डरा की तरफ से रतनपुर में आए, बंगाल जाने लगे जब रतनपुर की लड़ाई अमल करे। बाबू रेवाराम ने भी इतिहास लिखा है, उन्होंने आक्रमण वर्ष 1741 ई. लिखा है। छत्तीसगढ़ पर मराठों के शासन पर शोध करने वाले ज्ञानेश्वर प्रसाद शर्मा ने 1741 ई. में आक्रमण माना है। छत्तीसगढ़ में मराठा शासन और बिंबाजी भोंसले पर शोध करने वाले डॉ. मुकुंद रंगनाथ ने सन् 1741 ई. में आक्रमण माना है। डॉ. पी.एल. मिश्र भी 1741 ई. में आक्रमण मानते है। नवीनतम खोजों में 1741 ई. की तिथि सही लगती है। विवाद इसलिए उठा कि मराठों ने एक बार नहीं अनेक बार आक्रमण किया। इस अंचल से सेना सहित प्रयाण किया। छत्तीसगढ़ पर मराठों का आक्रमण 1741 ई. में हुआ क्योंकि 1742 ई. के प्रारंभिक तिमाही में भास्कर राव पंत पं.बंगाल और बिहार को लूटने में लगे थें। मराठा सेनापति भास्कर राव पंत के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ और बंगाल पर आक्रमण के लिए जो सेना भेजी गई, उसकी संख्या पर भी विवाद है। सरदेसाई और गा्रंटडफ के अनुसार सेना की संख्या 10,000 थी। गंगाराम नामक समकालीन बंगाली कवि ने सेना की संख्या 40,000 मराठे घुड़सवार बताया है। बाखर के अनुसार 30,000 और रायपुर गजेटियर के अनुसार संख्या 40,000 थी। डॉ. पी.एल. मिश्र ने मत व्यक्त किया है -On the assessment of the fact we come to the conlusion that Bhaskar Pant invaded chhattisgarh region in 1741 with 30000 troops. इस तथ्य के आकलन पर हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि भास्कर पंत ने 1741 में 30000 सैनिकों के साथ छत्तीसगढ़ क्षेत्र पर आक्रमण किया था। तथ्यों पर गवेषणा पूर्वक विचार करने पर 30,000 की सैन्य संख्या सही होता प्रतीत है। भास्कर पंत को छत्तीसगढ़. से आगे बढ़कर बंगाल प्रांत पर भी आक्रमण करना था जो कि अलीवर्दी खां के अधीन एक षक्तिषाली राज्य था, अतः एक बड़ी सेना लेकर ही मराठा सेनापति आया होगा।


Cite this article:
डॉ. डी. एन. खुटे. छत्तीसगढ़ पर मराठों का आक्रमण - एक ऐतिहासिक अवलोकन. International Journal of Advances in Social Sciences. 2025; 13(2):85-4. doi: 10.52711/2454-2679.2025.00014

Cite(Electronic):
डॉ. डी. एन. खुटे. छत्तीसगढ़ पर मराठों का आक्रमण - एक ऐतिहासिक अवलोकन. International Journal of Advances in Social Sciences. 2025; 13(2):85-4. doi: 10.52711/2454-2679.2025.00014   Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2025-13-2-8


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