ABSTRACT:
प्रस्तुत शोध पत्र महात्मा गाँधी जी के शैक्षिक विचार का विश्लेषण एवं सामाजिक उपयोगिता का विश्लेषण करना है साथ ही इसके विकास योजना मॉडल का क्रियान्वयन कर सभ्य समाज एवं चरित्रवान नागरिक का निर्माण करना है गाँधी जी हमेशा शिक्षा के महत्त्व को गाँव गाँव तक पहुँचाया है और सभी के लिए निःशुल्क एवं आधारभूत शिक्षा उपलब्ध कराना रहा है। गांधीजी के शिक्षा संबंधी विचार वे शिक्षा को मानव के सर्वांगीण विकास का सशक्त माध्यम तानते थे। अतः वर्धा योजना में उन्होंने प्रथम सात वर्षों की शिक्षा को निःशुल्क एवं अनिवार्य किये जाने पर बल दिया था। गांधीजी का यह मानना भी था कि व्यक्ति अपनी मातृभाषा में शिक्षा को अधिक रुचि तथा सहजता के साथ ग्रहण कर सकता है। आधुनिक भारत के निर्माण में महात्मा गाँधी का बहुआयामी योगदान रहा है द्य गाँधी जी की शिक्षा संबंधी विचारधारा उनके नैतिकता तथा स्वाबलंबन संबंधी सिद्धांतो पर आधारित थी। हरिजन पत्रिका तथा वर्धा शिक्षा योजना में निहित उनके विचारो के माध्यम से इसे देखा जा सकता है।
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कुबेर सिंह गुरुपंच. महात्मा गांधी जी के शिक्षा संबंधी विचार का विश्लेषण. International Journal of Advances in Social Sciences. 2023; 11(4):226-9. doi: 10.52711/2454-2679.2023.00036
Cite(Electronic):
कुबेर सिंह गुरुपंच. महात्मा गांधी जी के शिक्षा संबंधी विचार का विश्लेषण. International Journal of Advances in Social Sciences. 2023; 11(4):226-9. doi: 10.52711/2454-2679.2023.00036 Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2023-11-4-5
सन्दर्भ सूची
1. https:@@www-gandhismriti-gov-in@
2. https:@@www-sanskritiias-com@hindi@news&articles@gandhi&darshan
3. महात्मा गाँधी की बुनियादी शिक्षा
4. गाँधी दर्शन शिक्षा के विविध आयाम
5. महात्मा गांधी राजनीति - दर्शन एवं स्वतंत्रता
6. महात्मा गाँधी (प्रारम्भ से दक्षिण अफ्रीका तक)
7. महात्मा गाँधी का सर्वाेदय