ABSTRACT:
वर्तमान समय में साहित्य, संस्कृति और शिक्षा में लोक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। लोक साहित्य एवं संस्कृति के माध्यम से भारतीय मनुष्य में नैतिक मूल्यों की स्थापना प्रारंभ से ही होती आ रही है। वर्तमान समाज में बढ़ती आधुनिकता के कारण लोक दूर होता जा रहा है। आज के समय में लोक साहित्य और संस्कृति के माध्यम ये शिक्षा को रुचिकर बनाकर समाज का नवनिर्माण किया जा सकता है।
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Vrinda Sengupta, Satish Kumar Agrawal. वैश्वीकरण के परिदृश्य में प्रिन्ट/इलेक्ट्रानिक मीडिया में हिन्दी की महत्ता.Int. J. Ad. Social Sciences 2(4): Oct. - Dec., 2014; Page 238-241.
Cite(Electronic):
Vrinda Sengupta, Satish Kumar Agrawal. वैश्वीकरण के परिदृश्य में प्रिन्ट/इलेक्ट्रानिक मीडिया में हिन्दी की महत्ता.Int. J. Ad. Social Sciences 2(4): Oct. - Dec., 2014; Page 238-241. Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2014-2-4-10
संदर्भ सूचीः
1. मौलिक विचार,
2. इंटरनेट संचार माध्यम।
3. गोयल, डाॅ. कंचन, मीडिया और अनुवाद, अनंग प्रकाशन, दिल्ली, प्रथम संस्करण 2013, पृ. 4,5,6 ।