Author(s): प्रभा सिंह

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DOI: 10.52711/2454-2679.2024.00008   

Address: प्रभा सिंह
शोधार्थी (अर्थशास्त्र), शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सतना (म.प्र.)
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 12,      Issue - 1,     Year - 2024


ABSTRACT:
कृषि सम्पूर्ण विश्व का प्रमुख कार्य है। जिसमे से भारत कृषि प्रधान देश है। हमारे देश की जनसंख्या का लगभग 70 प्रतिशत भाग कृषि कार्य पर निर्भर है। अतः यहा पर कृषि का विकास अति आवश्यक है। भारत देश मे कई उद्योगो का आधार कृषि है। उत्पादन के इस प्राथमिक क्षेत्र से राष्ट्रीय आय का एक बड़ा हिस्सा प्राप्त किया जाता है। परन्तु हमारे देश में कृषि से संबंधित कई समस्याए भी है जिस कृषि क्षेत्र अत्याधिक प्रभावित करती है। भारत मंे कृषि-उत्पादिता के निम्न स्तरीय होने के कई तकनीकी एवं संस्थागत कारण सर्वविदित है। औद्योगिक विकास कृषि अतिरिको की मांग है, और विकृत खाद्यान्न अतिरिको का सृजन व वृद्धि तभी हो सकती है, जबकि कृषि उत्पादन की इकाईया संगठित हो व बड़े आकार में उनका आगत-निर्गत किया जा सके। सतना जिले में कृषि साख के साधनों का अत्याधिक महत्व है, क्योंकि जिले में परंपरागत कृषि व्यवस्था को परिवर्तित कर आधुनिक कृषि व्यवस्था में लाना जिले के लिए आवश्यक कदम होगा। इस रूपांतरण के कारण कृषको द्वारा कम श्रम, कम समय में अधिक उत्पादन संभव होगा और इस प्रक्रिया के माध्यम से कृषको की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आयेगा। जब कृषको की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा तो कृषको की कृषि के प्रति रूचि एवं आत्म विश्वास में वृद्धि होगा। जिसका सीधा प्रभाव जिले के विकास एवं कृषि क्षेत्र से प्राप्त होने वाला आय पर पड़ेगा।


Cite this article:
प्रभा सिंह. कृषि विकास में कृषि साख के साधनों का समीक्षात्मक अध्ययन (सतना जिले के विशेष संदर्भ में). International Journal of Advances in Social Sciences. 2024; 12(1):37-3. doi: 10.52711/2454-2679.2024.00008

Cite(Electronic):
प्रभा सिंह. कृषि विकास में कृषि साख के साधनों का समीक्षात्मक अध्ययन (सतना जिले के विशेष संदर्भ में). International Journal of Advances in Social Sciences. 2024; 12(1):37-3. doi: 10.52711/2454-2679.2024.00008   Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2024-12-1-8


संदर्भ ग्रन्थ सूची -
1   डॉ.बी.एल.राव, एन.एस. कोण्डावार, मध्य प्रदेश का आर्थिक विकास, मध्य प्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी
2   डॉ.बी.एल. माथुर, कृषि वित्त, अर्जुन पब्लिशिंग हाउस
3   दूधनाथ सिंह, कृषि अर्थशास्त्र तथा भारत की कृषि समस्याए रामनारायण लाल
4   डॉ.एम.एस. शुक्ल एवं डॉ. शिवपूजन सहाय, व्यवसायिक सांख्यिकी, साहित्य भवन आगरा
5   डॉ.प्रमिला कुमार एवं डॉ. श्री कमल शर्मा, मध्य प्रदेश एक भौगोलिक अध्ययन, म.प्र. हिन्दी ग्रन्थ अकादमी
6   राकेश गौतम एवं जितेन्द्र सिंह भदौरिया, म.प्र. एक परिचय, टाटा एम. सी.ग्रा. हिल एजुकेशन प्रा.लि.
7   डॉ.एस.एन. शुक्ल एवं डॉ.एस.पी. सहाय, सांख्यिकी के सिद्धांत, साहित्य भवन

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