Author(s): एम. यू. सिद्दीकी, शिखा सिंह बघेल

Email(s): Email ID Not Available

DOI: 10.52711/2454-2679.2023.00003   

Address: डॉ. एम. यू. सिद्दीकी1, शिखा सिंह बघेल2
1प्राध्यापक व विभागाध्यक्ष (वाणिज्य), शा. स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय वैढ़न, जिला सिंगरौली (म.प्र.)
2शोधार्थी (वाणिज्य), शा. एस.जी.एस. महाविद्यालय सीधी (म.प्र.)
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 11,      Issue - 1,     Year - 2023


ABSTRACT:
भारत एक विकासषील देष है, यहॉ की अधिकांष आबादी गॉवों में निवास करती है गॉव में अषिक्षा, बेरोजगारी, और गरीबी गंभीर समस्याऐं हैं। और इन समस्याओं का समाधान तभी संभव है जब गॉव के गरीब लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जाए। गॉवों के लोगों को रोजगार दिलाकर आत्मनिर्भर बनाने में महात्मा गॉधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ने अपनी अहम भूमिका अदा की है। महात्मा गॉधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 हमारे देष का पहला अधिनियम है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को गॉवों में ही रोजगार उपलब्ध कराता है। इस कानून का लक्ष्य प्रत्येक वित्तीय वर्ष में प्रत्येक पंजीकृत परिवार के वयस्क सदस्यों को कम से कम 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराना है, इस योजना में अकुषल मजदूरों को स्थानीय स्तर पर 100 दिनों का रोजगार देने की गांरटी दी गई है। इसका मुख्य उद्देष्य ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले प्रत्येक परिवार के वयस्क सदस्यों को जो अकुषल श्रम करने के इच्छुक हैं, कि आजीविका सुरक्षा बढ़ाना तथा गॉवों का शहर की ओर पलायन को रोकना है साथ ही कानून के तहत महिलाओं को पुरूषों के बराबर वेतन तथा काम में 33ः महिला सहभागिता अनिवार्य है।


Cite this article:
एम. यू. सिद्दीकी, शिखा सिंह बघेल. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की उपलब्धियों का मूल्यांकन (सीधी जिले के विशेष संदर्भ में). International Journal of Advances in Social Sciences. 2023; 11(1)14-2. doi: 10.52711/2454-2679.2023.00003

Cite(Electronic):
एम. यू. सिद्दीकी, शिखा सिंह बघेल. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की उपलब्धियों का मूल्यांकन (सीधी जिले के विशेष संदर्भ में). International Journal of Advances in Social Sciences. 2023; 11(1)14-2. doi: 10.52711/2454-2679.2023.00003   Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2023-11-1-3


संदर्भ ग्रन्थ सूची :-
1-    भारद्वाज, जे.एल., भारत में आर्थिक विकास एवं नियोजन, रामप्रसाद एण्ड संस आगरा, 1999
2-    डॉ त्रिपाठी, मोतीलाल एवं श्रीमती अग्रवाल, भारत की आर्थिक समस्यायें एवं नीतियों, यूनिवर्सल बुक डिपो लोहिया बाजार लष्कर ग्वालियर (म.प्र.), 2000
3-    डॉ. राव. एम.वी, ग्रामीण विकास समीक्षा विषेषांक’’ राष्ट्रीय ग्रामीण, राजेन्द्र नगर, हैदराबाद, 2011
4-    डॉ. मामोरिया एवं जैन, भारत की आर्थिक समस्याए, साहित्य भवन पब्लिकेषन्स आगरा, 1998
5-    डॉ. सिंह राजेन्द्र, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था में गरीबी उन्मूलन की समस्याएॅ’’, राधा पब्लिकेषन नई दिल्ली, 2002
6-    डॉ कौषिक, जगबीर, ‘‘नरेगा’’ गरीबों का सुरक्षा कवच कुरूक्षेत्र, प्रकाषन विभाग पूर्वी खंड-4, लेवल-7, रामकृष्णपुरम, नई दिल्ली, 2009
7-    डॉ. कटारिया, सुरेन्द्र, ‘‘आर्थिक मंदी से जुझने में नरेगा का योगदान’, प्रकाषन कुरूक्षेत्र, 2009
8-    डॉ. तिवारी, अतुल कुमार, नरेगा ग्रामीण भारत में बदलाव लाने का अभियान, कुरूक्षेत्र, 2009
9-    डॉ. वर्मा एस.के. एवं डॉ. कटियार विनीता, नरेगा परियोंजना का पर्यावरण पर प्रभाव, कुरूक्षेत्र, 2009
10-  डॉ. गौड निमिषा, ग्राम सभा और नरेगा का सामाजिक अंकेक्षण, कुरूक्षेत्र, 2009 मुखर्जी रवीन्द्रनाथ, 2014 सामाजिक शोध व सांख्यिकीय विवेक प्रकाशक जवाहर नगर दिल्ली।

Recomonded Articles:

Author(s): केदार कुमार, अष्विनी महाजन

DOI:         Access: Open Access Read More

Author(s): अर्चना सेठी, बी एल सोनेकर

DOI:         Access: Open Access Read More

Author(s): भारती सिंह, राधा पाण्डेय

DOI:         Access: Open Access Read More

Author(s): कविता सिलवाल, पदमा सोमनाथे

DOI:         Access: Open Access Read More

Author(s): अर्चना सेठी

DOI:         Access: Open Access Read More

International Journal of Advances in Social Sciences (IJASS) is an international, peer-reviewed journal, correspondence in the fields....... Read more >>>

RNI:                      
DOI:  

Popular Articles


Recent Articles




Tags