Author(s): भारती सिंह, राधा पाण्डेय

Email(s): bharti9229@gmail.com

DOI: Not Available

Address: डाॅ. भारती सिंह1, डाॅ. (श्रीमती) राधा पाण्डेय 2
1अर्थषास्त्र अध्ययनषाला, पं. रविषंकर षुक्ल विष्वविद्यालय रायपुर (छ.ग.).
2प्राचार्य, षास. दू. श्री. वै. संस्कृत स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर (छ.ग.).
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 8,      Issue - 1,     Year - 2020


ABSTRACT:
देष की ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं की व्यापक अनुपस्थिति को देखते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक ने केन्द्र सरकार, राज्य सरकारों और कुछ प्रमुख राष्ट्रीय प्रायोजित बैंकों के साथ ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति में सुधार एवं ग्रामीण जनता के बीच बचत की आदत को बढ़ाने के उद्देष्य से क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की स्थापना की थी। ग्रामीण बैंकिंग संस्थान ग्रामीण क्षेत्रों के संर्वागीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। इन बैंकों को ग्रामीण ऋण प्रणाली में विषेष स्थान प्राप्त है। प्रस्तुत षोध पत्र छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की प्रगति एवं उपलब्धियों पर आधारित है।


Cite this article:
भारती सिंह, राधा पाण्डेय. छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक का वित्तीय लेखांकन. Int. J. Ad. Social Sciences. 2020; 8(1): 13-17.

Cite(Electronic):
भारती सिंह, राधा पाण्डेय. छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक का वित्तीय लेखांकन. Int. J. Ad. Social Sciences. 2020; 8(1): 13-17.   Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2020-8-1-4


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