Author(s): हिमांशु मिश्रा, इन्दू मिश्रा

Email(s): himanshumishra392@gmail.com

DOI: 10.52711/2454-2679.2025.00031   

Address: हिमांशु मिश्रा1, इन्दू मिश्रा2
1शोध छात्र (जे.आर.एफ.), भूगोल विभाग, वी. एस. एस. डी. कॉलेज, कानपुर, (उ.प्र.), भारत।
2प्रोफेसर, भूगोल विभाग, वी. एस. एस. डी. कॉलेज, कानपुर, (उ.प्र.), भारत।
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 13,      Issue - 4,     Year - 2025


ABSTRACT:
यह शोध-पत्र अमेठी जनपद (उ.प्र.) में नगरीकरण की प्रवृत्तियों तथा उससे उत्पन्न सामाजिक-आर्थिक रूपांतरणों का विश्लेषण करता है। अध्ययन में यह स्पष्ट होता है कि विगत कुछ दशकों में अमेठी जैसे- अर्द्ध ग्रामीण क्षेत्र में नगरीकरण की प्रक्रिया तेजी से बढ़ी है, जिससे जनसंख्या संरचना, जीवन शैली, रोजगार के स्वरूप तथा सामाजिक संरचनाओं में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। नगरीकरण ने जहाँ एक ओर स्थानीय निवासियों को नई आर्थिक संभावनाएँ प्रदान की हैं, वहीं दूसरी ओर परंपरागत सामाजिक मूल्यों और आजीविका के साधनों पर प्रभाव भी डाला है। यह शोध क्षेत्रीय आँकड़ों, जनगणना रिपोर्टों और सर्वेक्षणों पर आधारित है, तथा इससे प्राप्त निष्कर्ष नीति-निर्धारकों के लिए नगरीकरण को संतुलित एवं समावेशी रूप में संचालित करने हेतु उपयोगी सिद्ध हो सकते हैं। अंततः यह अध्ययन अमेठी जनपद के शहरीकरण से उत्पन्न अवसरों और चुनौतियों को समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।


Cite this article:
हिमांशु मिश्रा, इन्दू मिश्रा. अमेठी जनपद (उ.प्र.) में नगरीकरण की प्रवृत्तियाँ एवं उसका सामाजिक-आर्थिक रूपांतरणः एक विश्लेषणात्मक अध्ययन. International Journal of Advances in Social Sciences. 2025; 13(4):193-8. doi: 10.52711/2454-2679.2025.00031

Cite(Electronic):
हिमांशु मिश्रा, इन्दू मिश्रा. अमेठी जनपद (उ.प्र.) में नगरीकरण की प्रवृत्तियाँ एवं उसका सामाजिक-आर्थिक रूपांतरणः एक विश्लेषणात्मक अध्ययन. International Journal of Advances in Social Sciences. 2025; 13(4):193-8. doi: 10.52711/2454-2679.2025.00031   Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2025-13-4-6


संदर्भ सूची-
1.    अग्रवाल, आर.के. (2015), नगरीकरण और सामाजिक परिवर्तन, दिल्ली, ज्ञान भारती प्रकाशन।
2.    अंसारी, कलीम (2018), उत्तर प्रदेश में नगरीकरण की प्रवृत्तियाँ, लखनऊ, अवध बुक्स।
3.    अवस्थी, एम.पी. (2014), भारत में शहरी विकास और योजना, इलाहाबाद, गंगा पब्लिकेशन।
4.    आचार्य, के.सी. (2011), ग्रामीण-शहरी अंतर्संबंध, नई दिल्ली, शिखर पब्लिकेशन।
5.    इकबाल, हसीन (2016), उत्तर भारत में नगरीकरण का सामाजिक प्रभाव, मेरठ, न्यू एज प्रकाशन।
6.    ईश्वरन, पी. (2013) शहरीकरण और ग्रामीण जीवन पर प्रभाव, चेन्नई, तमिलनाडु यूनिवर्सिटी प्रेस।
7.    उर्फी, एस.एम. (2010), नगरी समाजशास्त्र, अलीगढ़, आधुनिक पुस्तक भंडार।
8.    ऊषा, वर्मा (2019), उत्तर प्रदेश में नगरीकरण और बेरोजगारी, वाराणसी, काशी पब्लिशर्स।
9.    ऋषि, एस.एन. (2012), भारतीय समाज में परिवर्तन की प्रवृत्तियाँ, भोपाल, जन चेतना प्रकाशन।
10.    एके, वर्मा (2017), राजनीति और समाज में शहरीकरण का प्रभाव, लखनऊ, लोकतंत्र प्रकाशन।
11.    ऐनुल, हक (2020), नगरीकरण और पर्यावरणीय संकट, पटना, बिहार बुक्स।
12.    ओझा, के.एल. (2013), शहरी समाजः संरचना और प्रक्रिया, गोरखपुर, विद्या निकेतन।
13.    औदिच्य, मनोज (2018) उत्तर भारत में सामाजिक परिवर्तन की दिशा, दिल्ली, सृजन प्रकाशन।
14.    कश्यप, आर.एन. (2015), ग्रामीण विकास और नगरीकरण, लखनऊ, ग्रामीण शोध संस्थान।
15.    कुमार, अजय (2021), अमेठी जनपद में शहरी विकास की चुनौतियाँ, फैजाबाद, अवध प्रेस।
16.    खरे, महेश (2016), नगरीकरणः एक समाजशास्त्रीय अध्ययन, रीवा, सतना प्रकाशन।
17.    गुप्ता, सीमा (2019), शहरी जीवन और परिवार संरचना में परिवर्तन, दिल्ली, मानवदीप पब्लिकेशन।
18.    घोष, एस. (2011), भारत में नगर नियोजन, कोलकाता, रॉयल प्रेस।
19.    चौधरी, रामनिवास (2018), ग्रामीण-शहरी रूपांतरण की प्रक्रिया, जयपुर, मरुधर प्रकाशन।
20.    झा, प्रवीण (2020), आर्थिक रूपांतरण और नगरीकरण, पटना, बिहार डेवलपमेंट स्टडीज।
21.    टंडन, सुषमा (2017), नगरीकरण और महिला सशक्तिकरण, वाराणसी, भारती महिला प्रकाशन।
22.    ठाकुर, बिमलेश (2014), उत्तर प्रदेश में शहरीकरण की गति, कानपुर, एलाइट बुक्स।
23.    दास, एन.सी. (2013), नगरीकरण का मानव भूगोल, गुवाहाटी, असम पब्लिकेशन।
24.    धवन, एम. (2015), भारत में नगरीकरण और सामाजिक गतिशीलता, दिल्ली, डिपी हाउस।

Recomonded Articles:

Author(s): भारती सिंह कुमेटी, सुनील कुमार कुमेटी

DOI:         Access: Open Access Read More

International Journal of Advances in Social Sciences (IJASS) is an international, peer-reviewed journal, correspondence in the fields....... Read more >>>

RNI:                      
DOI:  

Popular Articles


Recent Articles




Tags