ABSTRACT:
इसमें कोई संदेह नही कि किसी भी समाज को विकसित और सभ्य तभी कहा जा सकता है। जब वहां समाज के प्रत्येक वर्ग की राजनीति में भागीदार हो, सत्ता में हिस्सेदारी हो और जहां सभी को आगे बढ़ने का अवसर समान रूप से प्राप्त हो। किसी वर्ग को प्राप्त शिक्षा और चिकित्सा सविधाओ को भी इस वर्ग के विकास का प्रतीक माना जाता है। शर्म की बात है कि आज हमारी आधी से भी ज्यादा आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली औरतें विकास की दौड़ में कहीं पीछे छूट गयी है। हम महिला सशक्तीकरण की बात तो कहते है लेकिन वास्तविकता यह है कि आधी दुनिया आज समाज की सबसे निर्बल वर्ग है।
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Vrinda Sengupta, Roshan Kumar Keshrwani. आधुनिक परिपेक्ष्य में महिलाओं की उड़ान.
Int. J. Ad. Social Sciences 2(2): April-June, 2014; Page 128-130.
Cite(Electronic):
Vrinda Sengupta, Roshan Kumar Keshrwani. आधुनिक परिपेक्ष्य में महिलाओं की उड़ान.
Int. J. Ad. Social Sciences 2(2): April-June, 2014; Page 128-130. Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2014-2-2-11