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सुशील कुमार यादव, आरती पाण्डेय
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सुशील कुमार यादव1] डॉ0 आरती पाण्डेय2
1असि0 प्रोफेसर-इतिहास एवं शोधार्थी, बी0यू0, झाँसी राजकीय महाविद्यालय पिपरहरी तिन्दवारी, बाँदा.
2एसो0 प्रो0 – इतिहास पं0 जे0एन0 कॉलेज, बाँदा.
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 8,
Issue - 4,
Year - 2020
ABSTRACT:
बाँदा भूगोल बाँदा उ0प्र0 के दक्षिण में बुन्देलखण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत यमुना नदी के दक्षिण में केन नदी के किनारे 24.53 0 से 25.550 उत्तरी अक्षाँश एवं 80.870 से 81.530 पूर्वी देशान्तर के बीच में स्थित है । बाम देव ऋषि आश्रम, बामदेवेश्वर महादेव मन्दिर, कालिन्जर किला, नवाब टैंक, केन नदी घाट और उसमें पाया जाने वाला “शजर पत्थर” भूरा गढ़ किला, महावीरन मंदिर, महेश्वरी देवी मन्दिर और गिरवा देवी मन्दिर आदि के कारण बाँदा जनपद का पुरातत्व एवं इतिहास अत्यन्त सम्पन्न माना जाता है । प्राकृतिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से सम्पन्न बाँदा में पर्यटन की अपार संभावनाये हैं । इन्ही संभावनाओं को बाँदा जनपद के यशस्वी जिला अधिकारी एम्बिशन मैन श्री हीरा लाल जी नें दिल से महसूस किया है । इनकी खासियत है, कि ये जिले में अपने अभिनव प्रयोगों और प्रयासों से सदैव सुर्खियों में बने रहते हैं । इनके कार्यक्रम स्थानीय सांस्कृतिक विशेषताओं जैसे नृत्य, गान, हस्तकौशल को समाहित करते हुए जन सहभागिता से सम्बन्धित होते हैं और बजट लेस होते हैं । माननीय जिलाधिकारी जी ने बाँदा के कालिन्जर किला और नवाब टैंक को विश्व पर्यटन मानचित्र में स्थापित करने का दृढ संकल्प लिया है । इस दिशा में सुनयोजित ढंग से बाँदा में अनेक कार्य हो रहे हैं ।
Cite this article:
सुशील कुमार यादव, आरती पाण्डेय. पर्यटन विकास की ओर अग्रसर “बाँदा”. Int. J. Ad. Social Sciences. 2020; 8(4):219-222.
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सुशील कुमार यादव, आरती पाण्डेय. पर्यटन विकास की ओर अग्रसर “बाँदा”. Int. J. Ad. Social Sciences. 2020; 8(4):219-222. Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2020-8-4-16
सन्दर्भ सूत्र –
1. कु0 वंदिता श्रीवास्तव,
नोडल अधिकारी, कालिन्जर फोर्ट विकास समिति, उपजिलाधिकारी नरैनी ।
2. श्री अरविन्द कुमार
पाण्डेय, नोडल अधिकारी नवाब टैंक, टूरिज्म, अधिशाषी अभियंता केन कैनाल, बाँदा ।
3. प्रो0
देवाशीष दास गुप्ता, आई0 आई0 एम0 लखनऊ, कान्सल्टैन्ट बाँदा टूरिज्म ।
4. ‘बाँदा वैभव’ द्वारा डॉ0
रमेशचन्द्र, नारायन प्रकाशन, बाँदा 1994 ।
5. ‘भारत में पर्यटन’ द्वारा ‘मंगतराम
धस्माना, अनुराग प्रकाशन नई दिल्ली ।
6. भारत में पर्यटन विकास’
द्वारा डॉ0 संजय कांत भारद्वाज, हेमन्त पब्लिशिंग हाऊस, दिल्ली 2013 ।
7. ‘द फोर्ट आफ बुन्देलखण्ड’
रूपा कम्पनी पब्लिकेशन 2017 द्वारा रीता शर्मा एण्ड विजयी शर्मा ।