ABSTRACT:
भारतीय उद्योग जगत में सर्वोच्च स्तरों पर महिलाओं की उपस्थिति कितनी है, इस तथ्य से जुडे आँकडे आज भी उम्मीद से कम है। जिन स्थानो पर जो कुछ ही है, महिलायें शीर्ष पर नजर आती है वहाँ वह नीतिनिर्धारण मे भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। महिला सषक्तिकरण का प्रत्यक्ष संबंध उसके निर्णयन क्षमता से है अतः नीति वह निर्धारित कर सकता है जिसके पास निर्णयन क्षमता हो अर्थात सषक्त हो।
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रूचि अग्रवाल. महिला उद्यमी सफलता के नये सोपान. International Journal of Advances in Social Sciences. 2021; 9(3):152-3.
Cite(Electronic):
रूचि अग्रवाल. महिला उद्यमी सफलता के नये सोपान. International Journal of Advances in Social Sciences. 2021; 9(3):152-3. Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2021-9-3-6
संदर्भित सूची:
1. मीणा मन्नालाल - सषक्तिकरण की मौन क्रांति
2. योजना - नई दिल्ली
3. प्रषासकीय प्रतिवेदन पत्रिका-महिला एवं बालविकास विभाग, रायपुर