Author(s):
बृजेन्द्र पाण्डेय, शैली ओझा
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brijpandey09@gmail.com
DOI:
Not Available
Address:
डाॅ. बृजेन्द्र पाण्डेय1, शैली ओझा2
1सहायक प्राध्यापक, मानव संसाधन विकास केन्द्र, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर (छŸाीसगढ़)
2शोध-छात्रा, साहित्य एवं भाषा अध्ययनशाला, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर (छŸाीसगढ़)
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 6,
Issue - 2,
Year - 2018
ABSTRACT:
नारी सुलभ चेतना एवं समस्याओं पर केन्द्रित उनकी रचनाएँ हृदय को छू जाती है। बातों ही बातों में यह पता ही नहीं चलता है कि कहानियों में कब समस्याओं ने भावना का रूप धारण कर चक्षुओं का सजल कर दिया।
Cite this article:
बृजेन्द्र पाण्डेय, शैली ओझा. डाॅ. कुन्तल गोयल - सेवा से सृजन तक. Int. J. Ad. Social Sciences. 2018; 6(2):91-95.
Cite(Electronic):
बृजेन्द्र पाण्डेय, शैली ओझा. डाॅ. कुन्तल गोयल - सेवा से सृजन तक. Int. J. Ad. Social Sciences. 2018; 6(2):91-95. Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2018-6-2-1