Author(s): बी.एल. सोनेकर, सुनील कुमेटी

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Address: बी.एल. सोनेकर1, सुनील कुमेटी
1सहायक प्राध्यापक, अर्थशास्त्र अध्ययनशाला, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर

Published In:   Volume - 4,      Issue - 1,     Year - 2016


ABSTRACT:
सरकार जब भी बजट प्रस्तुत करते हैं मंदी और महंगाई से आम लोगों को न केवल राहत देने की बात करते हैं, बल्कि आदमी का बोझ कम करने की बात भी करते हैं, लेकिन होता इसके विपरीत है। और यही कारण है कि आज भारत में महंगाई चर्चित मुद्दा बनी हुई है, जिसका प्रभाव न केवल गरीब वर्ग पर पड़ता है बल्किा इसका प्रभाव मध्यम एवं उच्च आय वर्ग के लोगों को भी प्रभावित करता है। किन्तु इस महंगाई का मार सबसे अधिक गरीब तबकों पर पड़ती है और यदि यह कहा जाय कि आज इन गरीबों को दो जून की रोटी जुटाना मुश्किल हो गया तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नही होगी, किन्तु यह भी यच है कि सरकार इस महंगाई को रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, लेकिन महंगाई कम होने का नाम ले रही है। जिसके अनेक कारण हैं -


Cite this article:
बी.एल. सोनेकर, सुनील कुमेटी. ग्रामीण भारत में महंगाई के कारण एवं पारिवारिक बजट पर प्रभाव. Int. J. Ad. Social Sciences 4(1): Jan. - Mar., 2016; Page 10-12.

Cite(Electronic):
बी.एल. सोनेकर, सुनील कुमेटी. ग्रामीण भारत में महंगाई के कारण एवं पारिवारिक बजट पर प्रभाव. Int. J. Ad. Social Sciences 4(1): Jan. - Mar., 2016; Page 10-12.   Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2016-4-1-3


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