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भारती साहू, बी.एल. सोनेकर
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भारती साहू1, डाॅ बी.एल. सोनेकर2
1शोध छात्रा, अर्थशास्त्र अध्ययन शाला, पं. रविशंकर शुक्ल, विश्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)
2सहायक प्राध्यापक, अर्थशास्त्र अध्ययन शाला, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)
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Published In:
Volume - 3,
Issue - 4,
Year - 2015
ABSTRACT:
प्रस्तुत शोध अध्ययन भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा विकास के लिए चयनित किये गए ग्रामों के अध्ययन पर आधारित हैं। अध्ययन के अंतगर्त आदर्श इस्पात ग्रामों में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार के वितरण को स्पष्ट किया गया है अध्ययन में उद्येश्य पूर्ण निर्देशन के माध्यम से 6 आदर्श इस्पात ग्रामों के 364 परिवारों को चयनित किया गया है। अध्ययन प्राथमिक आंकड़ों पर आधारित है जिसे अनुसुची के माध्यम से संग्रहित किया गया है। प्रतिशत विधि के प्रयोग से स्पष्ट होता है कि शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा व व्यवसायिक शिक्षा के साथ ही उच्च शिक्षा की आवश्यकता है इसी प्रकार स्वास्थ्य व रोजगार के क्षेत्र में भी उचित योजनाओं का क्रियान्वन की आवश्यकता हैं।
Cite this article:
भारती साहू, बी.एल. सोनेकर. भिलाई इस्पात संयंत्र का निदर्श ग्रामों के विकास में योगदान. Int. J. Ad. Social Sciences 3(4): Oct. - Dec., 2015; Page 169-174.
Cite(Electronic):
भारती साहू, बी.एल. सोनेकर. भिलाई इस्पात संयंत्र का निदर्श ग्रामों के विकास में योगदान. Int. J. Ad. Social Sciences 3(4): Oct. - Dec., 2015; Page 169-174. Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2015-3-4-6