Author(s):
K.P. Kurrey, V. Sengupta, Satish Agrawal
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Dr. K.P. Kurrey1*, Dr. (Mrs.) V. Sengupta1, Satish Agrawal2
1Asstt. Prof. Sociology, Govt. T.C.L.P.G. College, Janjgir (C.G.)
2Principal, Mukutdhar Pandey College, Katghora (C.G.)
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 3,
Issue - 2,
Year - 2015
ABSTRACT:
प्रस्तुत शोध संचार क्रांति एवं सामाजिक परिवर्तन विशय से संबंधित है। संचार क्रांति इस सदी की एक महत्वपूर्ण घटना है। सामान्यः संचार का आशय मनुश्य और मनुश्य के बीच भावनात्मक, विचारात्मक और सूचनात्मक स्तर के अंर्तसंबंधो की प्रक्रिया के सतत संचालित होने से है। जिससे हमारे समाज में व्यापक बदलाव आया है। यह संचार क्रांति का ही परिणाम है कि विश्व के किसी भी कोने में घटित घटना क्षण भर में संपूर्ण दुनिया में फैल जाती है।
प्रिंट मिडिया के चमत्कार ने ज्ञान का विस्फोट किया है। सोसल नेटवर्किंग से मनुश्यों के आमने-सामने बैठकर वार्तालाप करने के अवसर नगण्य होते जा रहे है। जिससे एकाकीपन और डिप्रेशन के प्रकरण बढ़ रहे है। हमारे जीवन शैली के तरिकों को भी संचार क्रांति ने बड़ी सीमा तक प्रभावित किया है।
Cite this article:
K.P. Kurrey, V. Sengupta, Satish Agrawal. संचार क्रांति पर युवा पीढ़ी पर प्रभाव. Int. J. Ad. Social Sciences 3(2): April-June, 2015; Page 89-91.
Cite(Electronic):
K.P. Kurrey, V. Sengupta, Satish Agrawal. संचार क्रांति पर युवा पीढ़ी पर प्रभाव. Int. J. Ad. Social Sciences 3(2): April-June, 2015; Page 89-91. Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2015-3-2-10