ABSTRACT:
किसानों की दयनीय स्थिति की समस्या से भारत ही नहीं, पूरी दुनिया किसी न किसी रूप में इससे दो-चार हो रही है। पश्चिम के देश विश्व व्यापार संगठन से जूझते हुए कृषि को सब्सिडी के बल पर चला रहे हैं तो चीन जैसे देश कुछ अलग तरह के समाधान की तरफ बढ़ रहे हैं। तेज रफ्तार से भाग रहे उद्योगों के बीच कृषि को किस तरह आगे ले जाया जाए, यह सभी की समस्या है। हमारी समस्या यह है कि देश की तकरीबन आधी आबादी इस संकट ग्रस्त कारोबार से जुड़ी है, लेकिन हम दीर्घकालिक समाधान खोजने के बजाय अभी तात्कालिक राहत की राह पर ही हैं।
खेती के नये तरीके नई तकनीक और इनोवेशन किसानों की किस्मत उनकी आर्थिक दशा को काफी हद तक बदल सकते हैं। केन्द्र सरकार ने साल 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का एक चुनौतीपूर्ण अभियान शुरू किया है। तमाम तरह की रणनीति बनाने के प्रस्ताव दिये जा रहें हैं। पर हमें एक ऐसा माहौल बनाना चाहिए जिसमें किसानों में प्रगतिशील सोच विकसित हो और वे अपनी फसलों पर ऊँचा मुनाफा पा सकें।
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Alok Pandey. किसानों की दयनीय स्थिति का कारण और उपाय
(The Reason and Solution of Farmers' Compassionate Status). Int. J. Ad. Social Sciences. 2018; 6(1):11-16.
Cite(Electronic):
Alok Pandey. किसानों की दयनीय स्थिति का कारण और उपाय
(The Reason and Solution of Farmers' Compassionate Status). Int. J. Ad. Social Sciences. 2018; 6(1):11-16. Available on: https://ijassonline.in/AbstractView.aspx?PID=2018-6-1-3