Author(s):
डाॅ. बी.एल. सोनेकर, रश्मि पाण्डेय
Email(s):
Email ID Not Available
DOI:
Not Available
Address:
डाॅ. बी.एल. सोनेकर1, रश्मि पाण्डेय2
1एसोसियट प्रोफेसर, अर्थशास्त्र अध्ययनशाला, पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)
2सहायक प्राध्यापक (अर्थशास्त्र), षासकीय महाविद्यालय षंकरगढ़, जिला-बलरामपुर-रामानुजगंज (छ.ग.)
*Corresponding Author
Published In:
Volume - 5,
Issue - 2,
Year - 2017
ABSTRACT:
इस शोध पत्र में छ.ग. एवं उसके पड़ोसी राज्यों के साथ मानव विकास सूचकांक के बदलते स्वरूप का विगत दो जनगणना के बीच अध्ययन किया गया है। यह शोध पत्र यह बताता है कि छ.ग. एवं उसके पड़ोसी राज्य में जनगणना वर्ष 2001 की तुलना में जनगणना वर्ष 2011 में किस प्रकार आय सूचकांक, एवं स्वास्थ सूचकांक एवं षिक्षा सूचकांक के स्वरूप में परिर्वतन हुआ हैं। तथा यह भी बतलाता हैं कि इन तीनों सूचकांक के आधार पर निर्मित मानव विकास सूचकांक के स्वरूप में किस प्रकार परिवर्तन हुआ है यह पत्र यह भी बतलाता है कि छ.ग. जहाॅ जनगणना 2001 में अपने पड़ोसी राज्यों की तुलना में मानव विकास सूचकांक में चैथे स्थान पर था वह जनगणना 2011 में तीसरे स्थान पर पहुॅच गया हैं। अतः स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ राज्य अपने पड़ोसी राज्यों में महाराष्ट्र एवं आध्रप्रदेष राज्य के पीछे है जबकि अन्य पड़ोसी राज्य उड़ीसा आध्रप्रदेष, उत्तरप्रदेष, मध्यप्रदेष की तुलना अच्छी हैं।
Cite this article:
डाॅ. बी.एल. सोनेकर, रश्मि पाण्डेय. छत्तीसगढ़ एवं पडोसी राज्यों के मानव विकास सूचकांक का बदलता स्वरूप (जनगणना 2001 से 2011). Int. J. Ad. Social Sciences. 2017; 5(2):99-104.